\nगर्भावस्था और प्रसवोत्तर अवधि महिलाओं के लिए तनावपूर्ण हो सकती है- शारीरिक और भावनात्मक दोनों तरह से। आयुर्वेद में गर्भिणी परिचर्या- गर्भावस्था, प्रसव और प्रसवोत्तर देखभाल में अभ्यंग या तेल मालिश का उल्लेख है जो महिलाओं की आत्म-देखभाल और भलाई में एक आवश्यक कदम है। नई माताओं में स्वास्थ्य और शक्ति को पुनः प्राप्त करने के लिए एक सौम्य मालिश चमत्कार कर सकती है। धन्वंतरम तैलम गर्भवती और नई माताओं के लिए तनाव को कम करने और गर्भाशय को मजबूत करने में मदद करने के लिए एकदम सही मालिश तेल है। इसका मतलब यह नहीं है कि यह केवल माताओं को ही लाभ पहुँचाता है- यह पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए एक संपूर्ण पौष्टिक तेल है। कायाकल्प और आराम के अनुभव के लिए अपने दैनिक अभ्यंग के लिए इस तेल का उपयोग करें। इसमें देशी मैलो या बाला, जिनसेंग या अश्वगंधा, आंवला, भारतीय बेल या बिल्व और तिल के तेल में संसाधित अन्य जड़ी-बूटियों का एक उत्कृष्ट मिश्रण है। धन्वंतरम तैलम का नाम भगवान धन्वंतरि- चिकित्सा के देवता के नाम पर रखा गया है, क्योंकि इसके सर्वोच्च लाभ हैं।\nअधिक पढ़ें