\nगुलाब (गुलाब) इत्र की सुगंध अवसाद को दूर करती है और उपयोगकर्ता में जीवंतता लाती है। इस इत्र का इस्तेमाल भगवान गणेश की पूजा में व्यापक रूप से किया जाता है। यह रोमांस और प्यार की इच्छा को भी जगाता है। जो लोग किसी प्रियजन के खोने के दुख को स्वीकार नहीं कर पाते हैं, वे वर्षों तक अपने दिल में दुख को समेटे रहते हैं। जब शरीर (दिल या दिमाग) संतुलन से बाहर होता है, तो हम बीमारी के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं। गुलाब इत्र रुकावटों और निराशा और दर्द की भावनाओं को धीरे-धीरे दूर करने में मदद कर सकता है।